भारत में आम (Mango) एक महत्वपूर्ण और लोकप्रिय फल है, जिसे “फल का राजा” भी कहा जाता है। यह फल भारतीय संस्कृति, खाद्य पदार्थ और कृषि का एक अहम हिस्सा है। भारत में आम की कई किस्में पाई जाती हैं।
भारत को “फलों का राजा” कहने का कारण केवल यह नहीं है कि यहाँ आम का उत्पादन बहुत होता है, बल्कि भारत में आम की किस्मों में भी विविधता देखने को मिलती है।भारत में आम की कम से कम 1,500 किस्में पाई जाती है, जिसमें हर क्षेत्र में आमों की अलग-अलग किस्में होती हैं।
गर्मियों का मौसम आते ही बाजार में अनेक आम की किस्में देखने को मिलती हैं, और हर प्रकार का आम अपने अनोखे स्वाद और खुशबू के लिए जाना जाता है।आम हमारे देश में लगभग हर व्यक्ति को पसंद होते हैं। उनके स्वाद, मिठास और रसीलापन मन को लुभा लेता है।
दिलचस्प बात ये है कि फलों का राजा कहे जाने वाले आम की कोई एक प्रजाति या किस्म नहीं होती, बल्कि ये कई किस्म में पाए जाते हैं। तो चलिए आज जानते हैं कि हमारे देश में किस जगह आम की कितनी किस्में पाई जाती हैं साथ ही आम की प्रमुख किस्मों के बारे में जानेगे और उन्हे कैसे पहचाने।
भारत के विभिन्न राज्यों में आम की प्रमुख किस्में
भारत में आम को विभिन्न राज्यों में उगाए जाते हैं। आम की प्रमुख किस्में उनके खास स्वाद और गुणों के लिए जानी जाती हैं। यहाँ कुछ प्रमुख राज्यों और उनकी विशिष्ट आम की किस्में दी गई हैं।
1. पंजाब- पंजाब में आम की प्रमुख किस्में चौसाद, शहरी, मालदा आम पाए जाते हैं।
2. हरियाणा– चौसा, दशहरी, लंगड़ा और फाजिल आम हरियाणा की खासीयत है.
3. राजस्थान– राजस्थान में बॉम्बे, ग्रीन, चौसा, दशहरी, लंगड़ा आम की पैदावार होती है.
4. गुजरात– गुजरात में केसर, अलफांसो, राजापुरी, जमादार, तोतापुरी, नीलम, दशहरी, लंगड़ा आम मुख्य रूप से पाया जाता है.
5. महाराष्ट्र– महाराष्ट्र में आम की पैदावार बड़े पैमाने पर होती है. यहां अलफांसो, तोतापुरी, बंगनपल्ली, पैरी, नीलम, मुलगांव की खेती मुख्य रूप से की जाती है.
6. तमिलनाडु– वहीं तमिलनाडु में अलफांसो, तोतापुरी, बंगनपल्ली, नीलम जैसी वेरायटी के आम उगाए जाते हैं.
7. मध्य प्रदेश– मध्य प्रदेश में अलफांसो, बॉम्बे ग्रीन, दशहरी, फाजिल, लंगड़ा, नीलम जैसी वेरायटी के आम होते हैं.
8. आंध्र प्रदेश- आंध्र प्रदेश में बंगनपल्ली, सुवर्णरेखा, नीलम, तोतापुरी किस्में होती हैं
9. पश्चिम बंगाल– पश्चिम बंगाल को आम का गढ़ माना जाता है. फाजिल, गुलाबखास, हिमसागर, किशनभोग, लंगड़ा, बॉम्बे ग्रीन आम होते हैं.
10. उत्तर प्रदेश– उत्तर प्रदेश में बॉम्बे ग्रीन, चौसा, दशहरी, लंगड़ा नाम की वेरायटी उगाई जाती है.
11. हिमाचल प्रदेश– हिमाचल प्रदेश में सेब के अलावा आमों की भी पैदावार होती है. यहां मुख्य रूप से चौसा, दशहरी, लंगड़ा आम उगाया जाता है.
12. बिहार– ग्रीन, चौसा, दशहरी, फाजिल, गुलाबखास, किशनभोग, हिमसागर, जर्दालु, लंगड़ा आम उगाया जाता है.
भारत में आम की किस्मों को कैसे पहचाने।
भारत में आम की विभिन्न किस्मों को पहचानना विभिन्न विशेषताओं पर निर्भर करता है। यहाँ कुछ मुख्य किस्मों को पहचानने के सरल तरीके दिए गए हैं:
केसरआम
कैसे पहचानें:कैसर आम को पहचानने के लिए, उसकी चमकदार पीली त्वचा और हल्के हरे रंग की उपस्थिति पर ध्यान दें। इसकी मध्यम आकार की फलों की मिठास और सुगंध भी इसे विशेष बनाते हैं।
लंगड़ाआम
कैसे पहचानें:लंगड़ा आम को पहचानने के लिए, उसकी हरी और पीली रंगत, और विशिष्ट लंबी-नुकीली आकृति पर ध्यान दें। इसकी सुगंध और मीठा स्वाद भी इसे अन्य आमों से अलग बनाते हैं।
नीलमआम
कैसे पहचानें: नीलम आम को पहचानने के लिए, उसकी गहरी हरी रंगत और गोल आकार पर ध्यान दें। इसका तीव्र सुगंध और तीखा स्वाद इसे अन्य आमों से अलग बनाते हैं।
हिमसागरआम
कैसे पहचानें: हिमसागर आम को पहचानने के लिए, उसकी चमकदार पीली रंगत और छोटे आकार पर ध्यान दें। इसका बेहद मीठा और सुगंधित पल्प इसे विशेष बनाता है।
मालदाआम
कैसे पहचानें: मालदा आम को पहचानने के लिए, उसकी गोल-मटोल आकृति और पीली-हरी रंगत पर ध्यान दें। इसका बहुत ही मीठा और सुगंधित स्वाद भी इसे विशिष्ट बनाता है।
बादामीआम
कैसे पहचानें:बदामी आम को पहचानने के लिए, उसकी पीली-नारंगी रंगत और चिकनी त्वचा पर ध्यान दें। इसका मांसल और मीठा स्वाद इसे खास बनाता है।
तोतापुरीआम
कैसे पहचानें:तोतापुरी आम को पहचानने के लिए, उसकी हरी-पीली रंगत और नुकीला आकार पर ध्यान दें। इसका ताजगी भरा स्वाद और हल्की सुगंध इसे विशिष्ट बनाते हैं।
हाफूसआम
कैसे पहचानें:हापुस आम को पहचानने के लिए, उसकी चमकदार पीली रंगत और छोटा, गोल आकार पर ध्यान दें। इसका अत्यधिक मीठा स्वाद और सुगंध इसे खास बनाते हैं।
बंगीनापल्लीआम
कैसे पहचानें:बंगिनापल्ली आम को पहचानने के लिए, उसकी पीली-नारंगी रंगत और लंबा-पतला आकार पर ध्यान दें। इसका हल्का खट्टा और मीठा स्वाद इसे विशिष्ट बनाता है।
सिंधुराआम
कैसे पहचानें:सिंधुरा आम को पहचानने के लिए, उसकी गहरी लाल-नारंगी रंगत और मध्यम आकार पर ध्यान दें। इसका तीव्र मीठा स्वाद और सुगंध इसे अन्य आमों से अलग बनाते हैं।
रत्नागिरीआम
कैसे पहचानें:रत्नागिरी आम को पहचानने के लिए, उसकी चमकदार पीली-नारंगी रंगत और गोल-मटोल आकृति पर ध्यान दें। इसका अत्यंत मीठा स्वाद और सुगंध इसे विशेष बनाते हैं।
चौसाआम
कैसे पहचानें:चौसा आम को पहचानने के लिए, उसकी गहरी पीली-नारंगी रंगत और बड़ा आकार पर ध्यान दें। इसका बेहद मीठा स्वाद और सुगंधित गंध इसे खास बनाते हैं।
पैरीआम
कैसे पहचानें:पैरी आम को पहचानने के लिए, उसकी हरी-पीली रंगत और मध्यम आकार पर ध्यान दें। इसका हल्का मीठा स्वाद और सुगंध इसे विशिष्ट बनाते हैं।
माल्गोवाआम
कैसे पहचानें: मलगोवा आम को पहचानने के लिए, उसकी पीली-नारंगी रंगत और बड़ा आकार पर ध्यान दें। इसका चिकना पल्प और अत्यधिक मीठा स्वाद इसे विशेष बनाते हैं।
यदि आप भी मधुमक्खी पालन के बारे में जानना चाहते हैं और मूल्यवान सुझाव प्राप्त करना चाहते हैं, तो हमारे अगले ब्लॉग पोस्ट को अवश्य पढ़ें।https://kheti-research.com/%e0%a4%ae%e0%a4%a7%e0%a5%81%e0%a4%ae%e0%a4%95%e0%a5%8d%e0%a4%96%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b2%e0%a4%a8-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%b8%e0%a5%81%e0%a4%96%e0%a4%a6-%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%ad/